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Venkatesh Prasad on Team India Performance : पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टी20 गंवाने के बाद टीम इंडिया की कलई खोली है। भारती टी20 सीरीज में 0-2 से पिछड़ गया है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज में भारत 0-2 से पिछड़ गया है। भारत ने रविवार को दूसरा टी20 मुकाबला 2 विकेट से गंवाया। टीम इंडिया ने लड़खड़ाने के बाद तिलक वर्मा (51) की फिफ्टी के जरिए 157/7 का स्कोर खड़ा किया। जवाब में वेस्टइंडीज ने निकोलस पूरन (67) के अर्धशतक की बदौलद सात गेंद बाकी रहते जीत हासिल कर ली। हार्दिक ब्रिगेड की सीरीज में लगातार दूसरी हार के बाद भारत के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद काफी नाराज हैं। उन्होंने टीम इंडिया की कलई खोलते हुए एक कड़वा सच बताया है।
प्रसाद ने सोमवार को अपने पुराने ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, “बेहद साधारण प्रदर्शन। इसे दरकिनार करने का कोई मतलब नहीं है। 2007 टी20 वर्ल्ड कप के बाद आईपीएल का आगाज हुआ और हमने तब से लेकर अभी तक 7 बार में से कोई टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीता। हमने सिर्फ एक बार फाइनल में एंट्री की। जीतने का जुनून और भूख नजर नहीं आ रही है।” भारत ने एमएस धोनी की अगुवाई में साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2014 के फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन श्रीलंका के हाथों हार झेलनी पड़ी।
वहीं, प्रसाद ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के प्रदर्शन की तारीफ की है। चहल द्वारा डाले गए 16वें ओवर में वेस्टइंडीज के तीन विकेट गिरे (हेटमायर एलबीडब्ल्यू, होल्डर स्टंप, शेफर्ड रनआउट), जिसके बाद भारत ने कमबैक किया मगर फिर मैच से हाथ से फिल गया । चहल को उसके बाद ओवर नहीं मिला। उन्होंने तीन ओवर में 19 रन देकर 2 शिकार किए।
प्रसाद ने कहा, “जी ने 16वें ओवर में 2 विकेट झटके। युजी ने अपने स्पेल के तीसरे ओवर में भारत को गेम में वापस ला दिया था और वेस्टइंडीज 8 विकेट गंवाकर चुकी थी। हालांकि, चहल से फिर गेंदबाजी नहीं कराई गई। वेस्टइंडीज के नंबर 9 और नंबर 10 के खिलाड़ी ने तेज गेंदबाजों आसानी से सामना किया। ऐसे पलों में सिर्फ किताबी ज्ञान का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए बल्कि होशियारी के साथ फैसले लेना चाहिए।
गौरतलब है कि प्रसाद ने इससे पहले 30 जुलाई को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे गंवाने के बाद भारतीय टीम की क्लास लगाई थी। उन्होंने तब ट्वीट किया, “टेस्ट क्रिकेट को छोड़ दें तो पिछले कुछ वक्त से भारतीय टीम अन्य दो फॉर्मेट (वनडे, टी20 ) में बहुत ही साधारण नजर आई है। बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के हाथों वनडे सीरीज गंवानी पड़ी हैं। टीम इंडिया ने पिछले दो टी20 वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन किया है। हम इंग्लैंड की तरह ना तो उत्साही टीम है और ना ही ऑस्ट्रेलियाई की तरह आक्रामक । पैसा और पावर होने के बावजूद हम छोटी-मोटी सफलता का जश्न मनाने के आदी हो गए हैं और चैंपियन टीम बनने से काफी दूर हैं। हर टीम जीतने के लिए खेलती है और भारत भी ऐसा ही करता है लेकिन उनका समय के साथ दृष्टिकोण और रवैया भी खराब प्रदर्शन का कारण है।”