शायद न बचूं, बेटे का ख्याल रखना’, शहीद DSP हुमायूं भट की पत्नी को लास्ट कॉल रुला देगी…

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Bilaspur Express न्यूज़, चौथे दिन शनिवार को जैसे ही हमला फिर से शुरू हुआ, सुरक्षाबलों ने जंगल की ओर कई मोर्टार गोले दागे। ड्रोन की फुटेज में शुक्रवार को एक गुफा पर गोले दागने के बाद एक आतंकवादी पनाह के लिए भागता दिखाई दिया।

जम्मू-कश्मीर पुलिस के डिप्टी सुपरिटेंडेंट हुमायूं भट अनंतनाग के गडोले जंगलों में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गए। जब वह जिंदगी और मौत की जंग से जूझ रहे थे तब उन्हें अपने एक महीने के बच्चे की याद आई। उन्होंने मासूम की एक झलक पाने के लिए अपने परिवार वालों को कॉल किया। भट ने अपनी पत्नी फातिमा को वीडियो कॉल किया और कहा कि उनके जिंदा बचने की उम्मीद बहुत कम है। यह सुनकर फातिमा के तो होश ही उड़ गए और उसके आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे।

 

जम्मू-कश्मीर पुलिस के इस सीनियर अधिकारी को कई गोलियां लगी थीं। लश्कर-ए-तैयबा की शाखा TRF के पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की गोलीबारी में वह बुरी तरह जख्मी हुए थे, जिससे उनका काफी खून बह रहा था। यह एनकाउंटर भट की शादी की सालगिरह से एक पखवाड़ा पहले हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, भट ने वीडियो कॉल पर अपनी पत्नी को बताया कि उन्हें नहीं लगता कि वह बच पाएंगे और कभी घर लौट सकेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं शायद न बचूं। अगर मैंने चोटों के कारण दम तोड़ दिया तो प्लीज हमारे बेटे का ख्याल रखना।

 

भट ने पिता से कहा- घायल हूं, मगर ‘ठीक’ हूं पत्नी को कॉल करने से कुछ समय पहले हुमायूं भट ने अपने पिता (रिटायर्ड आईजी ) गुलाम हसन भट को फोन किया था। हुमायूं ने उन्हें बताया कि वह घायल हो गए हैं, मगर वह ‘ठीक’ हैं। मालूम हो कि DSP हुमायूं भट उन 3 अधिकारियों में से थे जो आतंकवाद विरोधी अभियानों का आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे थे। बुधवार को अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में दहशतगर्दों से मुठभेड़ में बटालियन कमांडिंग आर्मी कर्नल और मेजर शहीद हो गए थे। प्रतिबंधित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

 

आतंकवादियों का सफाया करने का अभियान जारी अनंतनाग जिले के घने वन क्षेत्र से आतंकवादियों का सफाया करने का अभियान शनिवार को चौथे दिन भी जारी है। इसके लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणी कश्मीर जिले के कोकेरनाग इलाके में गडोले के जंगलों में आतंकवादियों के ठिकानों का पता लगाने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के चौथे दिन शनिवार को जैसे ही हमला फिर से शुरू हुआ, सुरक्षाबलों ने जंगल की ओर कई मोर्टार गोले दागे। ड्रोन की फुटेज में शुक्रवार को एक गुफा पर गोले दागने के बाद एक आतंकवादी पनाह के लिए भागता दिखाई दिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर) विजय कुमार ने बताया कि यह अभियान विशेष सूचना के बाद चलाया गया। उन्होंने दावा किया कि फंसे हुए दो से तीन आतंकवादियों पर काबू पा लिया जाएगा।

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