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Bilaspur Express न्यूज, बिलासपुर। प्रदेश में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार के मामलों के बीच अब छत्तीसगढ़ फ्लाई ऐश ट्रक ऑनर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने सीपत एनटीपीसी से निकलने वाली फ्लाई ऐश ट्रांसपोर्टिंग में घोटाले का आरोप लगाया है। संगठन ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए CBI जांच की मांग की है।
कम रेट में ठेका, ट्रांसपोर्टरों को भारी नुकसान
सीपत एनटीपीसी से निकलने वाली फ्लाई ऐश की ट्रांसपोर्टिंग के लिए बकायदा टेंडर जारी किया जाता है, जिसमें पहले 5-6 रुपये प्रति क्यूबिक मीटर की दर तय थी। लेकिन अब इसे घटाकर 3.17 रुपये क्यूबिक मीटर कर दिया गया है, जिससे ट्रांसपोर्टरों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
ट्रांसपोर्टरों का खर्च और नुकसान
ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि कम रेट के कारण ट्रकों के खर्च भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं।
खर्च का गणित
ट्रक के 18 टायर: ₹45,000
टायर की रनिंग अवधि: 50,000 किमी (₹9 प्रति किमी)
900 किमी की टायर घिसाई: ₹8,100
बीमा: ₹9,000 प्रति माह
कुल खर्च: ₹1,66,500
इस हिसाब से, फ्लाई ऐश ट्रांसपोर्टिंग पर ट्रांसपोर्टरों को प्रति 3 दिन में ₹8,205 का नुकसान हो रहा है।
भ्रष्टाचार का आरोप और CBI जांच की मांग
ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि इतने कम रेट पर ट्रांसपोर्टिंग संभव ही नहीं है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि यह ठेका किन शर्तों पर दिया गया और इसका असली फायदा किसे हो रहा है? ट्रक ऑनर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने इसे भ्रष्टाचार का मामला बताते हुए CBI जांच की मांग की है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
संघ ने प्रशासन पर भी सवाल उठाए हैं कि इतने बड़े नुकसान के बावजूद ट्रांसपोर्टिंग का काम कैसे जारी है? क्या प्रशासन को इस भ्रष्टाचार की जानकारी है या वह इसे नजरअंदाज कर रहा है?
जल्द होगा बड़ा खुलासा?
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या CBI जांच की मांग को मंजूरी मिलती है या नहीं। फिलहाल, ट्रांसपोर्टर्स का आक्रोश बढ़ता जा रहा है और यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो बड़ा आंदोलन हो सकता है।