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Bilaspur Express न्यूज़, रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल शर्मा ने तुरंत लड़की को पहनने के लिए कुछ दिया और दलिया, पानी और चाय पिलाई। उसने लड़की से उसके परिवार के बारे में पूछा लेकिन वह उसकी भाषा समझ नहीं पाई।
पूरे देश ने बुधवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में बलात्कार की शिकार एक नाबालिग लड़की को खून से लथपथ दर-दर मदद मांगते देखा। अर्धनग्न लड़की मदद की तलाश में घर-घर गई लेकिन किसी ने उसकी मदद को हाथ आगे नहीं बढ़ाए। इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली इस घटना का सीसीटीवी फुटेज दिल दहलाने वाला है। फुटेज में देखा जा सकता है कि नाबालिग एक घंटे तक इलाके में घूमती है लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आता है। यहां तक कि एक घर से उसे आगे भगा दिया जाता है।
लड़की को आखिरकार आश्रम के एक कार्यकर्ता राहुल शर्मा ने सुबह 9:25 बजे देखा । स्थानीय आश्रम में गुरुकुल चलाने वाले राहुल शर्मा ने कहा, “मैं कुछ जरूरी काम से जा रहा था। मैंने देखा कि वह मेरे मेन गेट से कुछ फीट की दूरी पर खड़ी थी और उसके कपड़े गायब थे। ऐसा लग रहा था जैसे उसने कुछ कपड़े पहन रखे हों। उसका बहुत खून बह रहा था, उसकी आंखें सूज गई थीं और वह डरी हुई लग रही थी।”
राहुल शर्मा ने तुरंत लड़की को पहनने के लिए कुछ दिया और दलिया, पानी और चाय पिलाई। उसने लड़की से उसके परिवार बारे में पूछा लेकिन वह उसकी भाषा समझ नहीं पाई। उन्होंने कहा, “मैंने बच्ची से पूछा, भूख लग रही है? उसने मुझे हां में जवाब दिया। मैंने उसे आश्रम से लेकर नाश्ता और चाय दी। मैं उसे बार-बार पूछा कि तुम्हारा नाम क्या है? तुम कहां से आई हो? कहां की रहने वाली हो? तुम्हारे माता-पिता का कोई नाम नंबर याद हो तो वह मुझे बताओ। मैंने उसे 100 रुपये दिए और पुलिस को बुलाया। मैंने उसे एक कागज का टुकड़ा और एक पेन दिया, लेकिन वह कुछ भी लिखने में असमर्थ थी । सुबह 10:25 बजे उसे पुलिस को सौंप दिया गया। यह एक पवित्र शहर है और यहां के लोगों को मददगार माना जाता है, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की और वह घर-घर जाकर रोती रही। इससे समाज में एक बुरा संदेश जाता है… कोई मानवता नहीं बची। ”
पुलिस ने कहा कि उन्हें सोमवार सुबह आश्रम के पास घायल लड़की मिली और वे उसे स्थानीय अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर बताई जा रही है। अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया, “पीड़ित की सर्जरी हुई है और उसे निगरानी में रखा गया है। उस पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। उनके स्वास्थ्य पर टिप्पणी करना अभी भी जल्दबाजी होगी… सर्जिकल जटिलताओं से निपटा जा सकता है लेकिन मानसिक जटिलताओं से निपटना मुश्किल है।”
उज्जैन के पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया, “मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है। हमने एक विशेष जांच दल का गठन किया है और एक संदिग्ध, एक ऑटो रिक्शा चालक को हिरासत में लिया है, जिसे सीसीटीवी फुटेज में लड़की से बात करते देखा गया था। हमारे पास कुछ परिस्थितिजन्य साक्ष्य हैं और हम जल्द ही गिरफ्तारी करेंगे।” पुलिस के मुताबिक, लड़की उन्हें सही नाम या पता नहीं पा रही थी। पुलिस ने कहा कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिया है और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह वहां कैसे पहुंची और उसके साथ कहां मारपीट की गई।